manthan
22 जनवरी 2011
आखिर मंथन क्यों
आज २२ जनवरी सन २०११ को मैंने अपना नया ब्लॉग बनाया है, यह किसी खास मुद्दों पर बे फालतू कमेन्ट करने बजाय मै केवल अपने विचारो का मंथन करने जा रहा हू.
मंथन
,
जैसा
कि
नाम
से
ही
किल्यर है यह मेरे विचारो ओर मेरे सपनो का मंथन है।
नई पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)